घोंसला पंचायत में भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूटे ।कागजों पर निर्माण का खेल ,धरातल पर ढाक के तीन पात।

उज्जैन
घोंसला पंचायत में भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूटे।
कागजों पर निर्माण कार्य, धरातल पर ढाक के तीन पात।
उल्लेखनीय त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था के तहत घोसला पंचायत में लाखों रुपयों का फंड प्रतिवर्ष राज्य व केंद्र सरकार से प्राप्त होने के बाद भी विकास कार्य धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रहा है ।महज कागजों पर आंकड़ों का खेल पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान द्वारा खेला जा रहा है ,क्योंकि भोले-भाले ग्रामीण जन अपने अधिकार और ग्राम पंचायतों के नियम से अनभिज्ञ है।
हाल ही में निर्माण कार्य में हुए भारी भ्रष्टाचार को लेकर घोंसला निवासी एक जागरूक नागरिक श्रीमन नारायण शुक्ला पिता देव नारायण शुक्ला ने पंचायत में व्याप्त अनियमितता और विकास कार्यों में हुए भारी भ्रष्टाचार को उजागर करने का बीड़ा उठाया ,
और घोंसला पंचायत से सूचना के अधिकार के तहत निम्नलिखित 15 बिंदुओं की जानकारी के लिए दिनांक 6/8/ 20 19 को विधिवत रजिस्टर्ड ए डी से आवेदन भेजकर जानकारी मांगी गई थी। जिसमें उनके द्वारा ग्राम घोसला स्थित पशु हाट बाजार में  मिट्टी, मुरम की व्यवस्था पर किए गए खर्च की सूची ,पानी की टंकी की जानकारी और उस पर किए गए खर्च की जानकारी ,पशु उतारने के ठीये और उस पर किए गए खर्च की राशि का विवरण ,
पशु हाट में बाउंड्री वाल पर हुए खर्च का विवरण ,पशु बाजार में गेट निर्माण और उस पर आए खर्च का विवरण ,पशुओं के लिए पेयजल व्यवस्था और उस पर आए खर्च की जानकारी,
 स्वच्छता हेतु किए गए इंतजाम और सफाई व्यवस्था पर आए खर्च की जाने का विवरण, पशु बाजार में 2016 से 2019 तक प्राप्त आय का ब्योरा तालिका बद्ध, पंचायत में सांसद, विधायक निधि से प्राप्त राशि की जानकारी व राशि कहां व किस कार्य में खर्च की गई ,पंचायत द्वारा कितनी कर राशि वसूली गई और किस कार्य में कहां-कहां खर्च की गई, पंचायत घोसला में सीमेंट कंक्रीट हेतु सांसद विधायक निधि से प्राप्त राशि की जानकारी और कहां खर्च की गई और कितनी प्राप्त हुई ,सीमेंट कंक्रीट किए गए क्षेत्र का विवरण ,घोंसला पंचायत के लिए अब तक14 वि वित्तीय राशि कितनी प्राप्त हुई और कहां खर्च हुई ,मनरेगा में किए गए कार्यों का विवरण व खर्च ,सांसद व विधायक निधि व राज्यसभा से प्राप्त राशि व कहां खर्च की गई इसकी जानकारी, वर्ष 2016 से 2019 अगस्त माह तक घोसला में किन-किन लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया गया उसकी सूची ,मांगी गई थी किन्तु नियत अवधि 1 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी आज तक उपरोक्त जानकारी नहीं दी जाना कहीं ना कहीं लाखों के भ्रष्टाचार की कहानी बयां करती है ।इस संबंध में पंचायत सचिव शिवनारायण वर्मा से चर्चा की गई तो वे संतोषजनक जवाब न देते हुए गोलमाल जवाब ही दे पाए।
 इधर महिला सरपंच के पुत्र जो स्वयं को सरपंच प्रतिनिधि बताकर पंचायत के कार्यों में हस्तक्षेप करता है। उससे चर्चा करने पर उनके द्वारा भी इस संबंध में गोलमाल जवाब दिया गया।
बताया जाता है कि घोंसला BVपंचायत में हुए भारी भ्रष्टाचार को लेकर काफी जनाक्रोश है मगर कोई खुलकर सामने आने को तैयार नहीं है। इधर सीईओ भी जांच की बात कहते हुए पल्ला झाड़ने से नहीं चुक रही है।


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